क्या करे इंसान भी जब घायल रूह तक बेज़ार है
अब दुआ भी किससे करे जब देवता ही बीमार है,
जो रोते हुए बेहाल लोगों को हँसा दे
वही आज का सबसे बड़ा फनकार है,
हो कोई इंसान या सौ टका ईमान हो
बेचने की ठान लो तो हर तरफ बाज़ार है..!!
अब दुआ भी किससे करे जब देवता ही बीमार है,
जो रोते हुए बेहाल लोगों को हँसा दे
वही आज का सबसे बड़ा फनकार है,
हो कोई इंसान या सौ टका ईमान हो
बेचने की ठान लो तो हर तरफ बाज़ार है..!!
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