इस
उड़ान पर अब शर्मिंदा मैं भी हूँ और तू भी है
आसमान
से गिरा परिंदा मैं भी हूँ और तू भी है
छूट
गई रस्ते में जीने मरने की सारी कस्मे
अपने
-अपने हाल में जिंदा मैं भी हूँ और तू भी है
खुशहाली
में इक बदहाली मैं भी हूँ और तू भी है
हर
निगाह पर एक सवाली मैं भी हूँ और तू भी है
दुनियाँ
कुछ भी अर्थ लगाए हम दोनों को मालूम है
भरे
- भरे पर खाली - खाली मैं भी हूँ और तू भी है ...!!!!
कुमार विश्वास
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