गुरुवार, 18 दिसंबर 2014

एक चिट्ठी सबके नाम

मेरे प्यारे दोस्तों हम सब इस दुनिया का हिस्सा हैं लेकिन हमें यहाँ भेजा किसने है ये आज तक कोई नहीं जान पाया और जान कर शायद कुछ हासिल भी नहीं होगा इसलिए ऐसे सवालों पर अपना समय बर्बाद मत करना...हम सबके पास एक सिमित समय होता है और जितना भी हो कम ही होता है.....दुनिया में इतना कुछ है देखने को, जानने को, महसूस करने को तुम्हारे पास थोड़ा भी वक़्त नहीं है बर्बाद करने को.....संभावनायें असीम हैं....हर दिन कुछ नया करना कुछ नया सीखना कुछ नया सोचना और अगर कभी किसी काम को लेकर मन में दुविधा हो तो याद रखना......न करके पछताने से कहीं बेहतर है करके पछताना.....क्योकि अगर कोई काम करके कुछ और न भी मिला तो तजुर्बा मिलेगा और वो बहुत ही किमती होता है......हर चीज का तजुर्बा करना लेकिन किसी भी चीज की आदत मत डालना तजुर्बे तुम्हें सही और गलत में फर्क करना सिखायेंगे गलतियां करने से बचायेंगे पर गलतियां करने से डरना मत गलतियां वही करते हैं जो कुछ करते हैं, अपनी गलतियों की जिम्मेदारी लेना उन्हें सुधारना.. कोई जानबूझ कर गलती नहीं करता कोई जान बुझकर बुरा बरताव भी नहीं करता किसकी ज़िन्दगी में क्या चल रहा है ये कोई नहीं जनता...सबकी इज़त करना, सबपर भरोसा करना और सबसे प्यार करना इस दुनिया में प्यार की बहुत कमी है सबको इसकी बहुत जरुरत है ज़ाहिर है आपको भी होगी......ज़िन्दगी बहुत छोटी है...जी खोलकर नाचना, गला फाड़ कर गाना, मन भर कर खाना खुल कर हँसना और जोर से रोना......बस शारीर से ही बड़े होना मन से नहीं....जिस दिन अन्दर से ये बचपना गया मासूमियत गई उस दिन समझो ज़िन्दगी गई.......भविष्य के बारे में सोचना लेकिन चिंता मत करना.....बीते दिनों को याद करना मगर उनमें खो मत जाना......ज़िन्दगी में कुछ अच्छे दिन आयेंगे तो कुछ बुरे भी ..अच्छे दिनों में घमंड न करना और बुरे दिनों में हताश न होना ...सफलता का सारा श्रय खुद को मत देना और असफलता का सारा जिम्मा दूसरों पर मत थोपना....बस आगे बढ़ना और खुशियाँ बांटते जाना.

बुधवार, 5 नवंबर 2014

सोमवार, 27 अक्तूबर 2014

शनिवार, 4 अक्तूबर 2014

सजा बन जाती हैं गुजरे वक्त की हर याद

सजा बन जाती हैं गुजरे वक्त की हर याद,
जब लोग मेहरबान होते हैं सिर्फ मतलब के लिए ..!!


मंगलवार, 23 सितंबर 2014

गर कुछ सीखना है तो आँखों को पढ़ना सीखो

गर कुछ सीखना है तो आँखों को पढ़ना सीखो,
वरना लफ्जों के मतलब तो हजारों निकलते हैं..!!


गुरुवार, 18 सितंबर 2014

अभी मुट्ठी बंद है मेरी..खुलने भर की देर है

अभी मुट्ठी बंद है मेरी..खुलने भर की देर है,
लोगों का तो बस वक़्त आया है, मेरा तो दौर आएगा..,

सोमवार, 15 सितंबर 2014

एक मुद्दत के बाद हमने ये जाना ए खुदा



एक मुद्दत के बाद हमने ये जाना ए खुदा,

इक तेरी ज़ात से इश्क सच्चा बाकी सब अफसाना हैं..!! 






सोमवार, 8 सितंबर 2014

दिखावे की मोहब्बत से बेहतर है दिल से नफ़रत करो मुझसे

दिखावे की मोहब्बत से बेहतर है दिल से नफ़रत करो मुझसे,
हम सच्चे जज्बातों की बड़ी कद्र किया करते हैं...!!!


गर लोग मुझे खाक भी समझे तो कोई बात नहीं,

गर लोग मुझे खाक भी समझे तो कोई गिला नहीं,
क्योंकि ये भी उड़ती है तो आँखों में समा जाती है....!!



शनिवार, 6 सितंबर 2014

हम इतने खुबसूरत तो नहीं हैं मगर हाँ

हम इतने खुबसूरत तो नहीं हैं मगर हाँ ..
जिसे आँख भर के देख लें उसे उलझन में डाल देते हैं..!!


सोमवार, 1 सितंबर 2014

शनिवार, 30 अगस्त 2014

लोगों में हमारी खुद्दारी सुनिए तो कुछ जुदा सी है

लोगों में हमारी खुद्दारी सुनिए तो कुछ जुदा सी है,
हम जिगर पर ज़ख़्म तो ले लेते हैं, लेकिन मरहम नहीं लेते..!!


गुरुवार, 28 अगस्त 2014

बुधवार, 27 अगस्त 2014

रविवार, 24 अगस्त 2014

बेबसी भी कभी कुर्बत का सबब बन जाती है

बेबसी भी कभी कुर्बत का सबब बन जाती है,
रो न पायें तो गले किसी अपने के लग जाते हैं..!!





आईना फैला रहा है खुदफरेबी का ये मर्ज़

आईना फैला रहा है खुदफरेबी का ये मर्ज़ ..,
हर किसी से कह रहा है ..... 'आप सा कोई नहीं',.



शुक्रवार, 22 अगस्त 2014

गर जीत हासिल करनी हो तो क़ाबलियत बढ़ाओ

गर जीत हासिल करनी हो तो क़ाबलियत बढ़ाओ,
वरना किस्मत की रोटी तो कुत्ते को भी नसीब होती है..!!


गुरुवार, 21 अगस्त 2014

रविवार, 17 अगस्त 2014

मंगलवार, 12 अगस्त 2014

कुछ लोग लड़कियों के बारे में बहुत कुछ कहते हैं

कुछ लोग लड़कियों के बारे में बहुत कुछ कहते हैं...

जैसे
लड़की के हाथ मेहंदी के बगैर भी अच्छे लग सकते हैं अगर वो खाना बनाने में माहिर हो.
आँखे बिना काजल के भी अच्छी लग सकती है अगर उनमे हया हो.
बाल बिना कटे भी अच्छे लग सकते हैं अगर इन पर दुपट्टा हो.
चेहरा बिना मेकप के भी अच्छा लग सकता है अगर उसमे सादगी हो.
क़द बिना ऊँची हील के भी लम्बा हो सकता है अगर तमन्ना मैं बुलंदी हो.

ये सब बाते सही हैं ...होना भी चाहिए .औरत की सादगी, उसकी हया ही उसका गहना होती है.

मगर
ये सब तभी अच्छा है अगर आदमी की आँखों में औरत के लिए इज्ज़त हो ...प्यार हो...वो जो दिल से हो दिखावे से नहीं...किसी की सुन्दरता उसके दिल से हो..सूरत से नहीं ..उसके पहनावे से नहीं.

नहीं रहता कोई शख्स अधूरा किसी चीज के बिना

नहीं रहता कोई शख्स अधूरा किसी चीज के बिना,
वक़्त गुज़र ही जाता है ..कुछ पा कर भी कुछ खो कर भी..!!



सोमवार, 11 अगस्त 2014

चलो हम भी वफ़ा से बाज़ आये,

चलो हम भी वफ़ा से बाज़ आये,
मोहब्बत कोई मज़बूरी नहीं है..!!




नाजुक सी परेशानी के लिये तौहिन ए मोहोब्बत कौन करे

नाजुक सी परेशानी के लिये..तौहिन ए मोहोब्बत कौन करे,
वादों से मुकर जानेवाले...जा तेरी शिकायत,,कौन करे,,!!


रात भर की उदासियों के बाद ये भी एक हुनर है मानों



रात भर की उदासियों के बाद ये भी एक हुनर है मानों,

कि हम हर सुबह एक बार फिर से ज़िन्दगी सवार लेते हैं..!!



शनिवार, 9 अगस्त 2014

शुक्रवार, 8 अगस्त 2014

गुरुवार, 7 अगस्त 2014

जो बात "हम" में थी

जो बात "हम" में थी

वो बात ना "तुम" में हैं

ना "मुझ" में हैं !!



मैं दहशतगर्द था मरने पे बेटा बोल सकता है



मैं दहशतगर्द था मरने पे बेटा बोल सकता है
हुकूमत के इशारे पे तो मुर्दा बोल सकता है,

यहाँ पर नफरतों ने कैसे गुल खिलाये हैं
लुटी अस्मत बता देगी दुपट्टा बोल सकता है,

हुकूमत की तवज्जो चाहती है ये जली बस्ती
अदालत पूछना चाहे तो मलवा बोल सकता है,

कई चेहरे अभी तक मुंहजबानी याद है इसको
कहीं तुम पूछ मत लेना गूंगा बोल सकता है,

बहुत सी कुर्सियां इस मुल्क में लाशों पे रखी हैं
ये वो सच है जिसे झूठे से झूठा बोल सकता है,

सियासत की कसौटी पर परखिये मत वफ़ादारी
किसी दिन इंतकामन मेरा गुस्सा बोल सकता है..!!



अब क्या कहें, संभल के चलने में वो मज़ा नहीं आता,


अब क्या कहें, संभल के चलने में वो मज़ा नहीं आता,

लड़खड़ाओ, तब तो आसमान पे नज़र जाती है..!!