कुछ लोग लड़कियों के बारे में बहुत कुछ कहते हैं...
जैसे
लड़की के हाथ मेहंदी के बगैर भी अच्छे लग सकते हैं अगर वो खाना बनाने में माहिर हो.
आँखे बिना काजल के भी अच्छी लग सकती है अगर उनमे हया हो.
बाल बिना कटे भी अच्छे लग सकते हैं अगर इन पर दुपट्टा हो.
चेहरा बिना मेकप के भी अच्छा लग सकता है अगर उसमे सादगी हो.
क़द बिना ऊँची हील के भी लम्बा हो सकता है अगर तमन्ना मैं बुलंदी हो.
ये सब बाते सही हैं ...होना भी चाहिए .औरत की सादगी, उसकी हया ही उसका गहना होती है.
मगर
ये सब तभी अच्छा है अगर आदमी की आँखों में औरत के लिए इज्ज़त हो ...प्यार हो...वो जो दिल से हो दिखावे से नहीं...किसी की सुन्दरता उसके दिल से हो..सूरत से नहीं ..उसके पहनावे से नहीं.
जैसे
लड़की के हाथ मेहंदी के बगैर भी अच्छे लग सकते हैं अगर वो खाना बनाने में माहिर हो.
आँखे बिना काजल के भी अच्छी लग सकती है अगर उनमे हया हो.
बाल बिना कटे भी अच्छे लग सकते हैं अगर इन पर दुपट्टा हो.
चेहरा बिना मेकप के भी अच्छा लग सकता है अगर उसमे सादगी हो.
क़द बिना ऊँची हील के भी लम्बा हो सकता है अगर तमन्ना मैं बुलंदी हो.
ये सब बाते सही हैं ...होना भी चाहिए .औरत की सादगी, उसकी हया ही उसका गहना होती है.
मगर
ये सब तभी अच्छा है अगर आदमी की आँखों में औरत के लिए इज्ज़त हो ...प्यार हो...वो जो दिल से हो दिखावे से नहीं...किसी की सुन्दरता उसके दिल से हो..सूरत से नहीं ..उसके पहनावे से नहीं.
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