मेरे प्यारे दोस्तों हम सब इस दुनिया का हिस्सा हैं लेकिन हमें यहाँ भेजा किसने है ये आज तक कोई नहीं जान पाया और जान कर शायद कुछ हासिल भी नहीं होगा इसलिए ऐसे सवालों पर अपना समय बर्बाद मत करना...हम सबके पास एक सिमित समय होता है और जितना भी हो कम ही होता है.....दुनिया में इतना कुछ है देखने को, जानने को, महसूस करने को तुम्हारे पास थोड़ा भी वक़्त नहीं है बर्बाद करने को.....संभावनायें असीम हैं....हर दिन कुछ नया करना कुछ नया सीखना कुछ नया सोचना और अगर कभी किसी काम को लेकर मन में दुविधा हो तो याद रखना......न करके पछताने से कहीं बेहतर है करके पछताना.....क्योकि अगर कोई काम करके कुछ और न भी मिला तो तजुर्बा मिलेगा और वो बहुत ही किमती होता है......हर चीज का तजुर्बा करना लेकिन किसी भी चीज की आदत मत डालना तजुर्बे तुम्हें सही और गलत में फर्क करना सिखायेंगे गलतियां करने से बचायेंगे पर गलतियां करने से डरना मत गलतियां वही करते हैं जो कुछ करते हैं, अपनी गलतियों की जिम्मेदारी लेना उन्हें सुधारना.. कोई जानबूझ कर गलती नहीं करता कोई जान बुझकर बुरा बरताव भी नहीं करता किसकी ज़िन्दगी में क्या चल रहा है ये कोई नहीं जनता...सबकी इज़त करना, सबपर भरोसा करना और सबसे प्यार करना इस दुनिया में प्यार की बहुत कमी है सबको इसकी बहुत जरुरत है ज़ाहिर है आपको भी होगी......ज़िन्दगी बहुत छोटी है...जी खोलकर नाचना, गला फाड़ कर गाना, मन भर कर खाना खुल कर हँसना और जोर से रोना......बस शारीर से ही बड़े होना मन से नहीं....जिस दिन अन्दर से ये बचपना गया मासूमियत गई उस दिन समझो ज़िन्दगी गई.......भविष्य के बारे में सोचना लेकिन चिंता मत करना.....बीते दिनों को याद करना मगर उनमें खो मत जाना......ज़िन्दगी में कुछ अच्छे दिन आयेंगे तो कुछ बुरे भी ..अच्छे दिनों में घमंड न करना और बुरे दिनों में हताश न होना ...सफलता का सारा श्रय खुद को मत देना और असफलता का सारा जिम्मा दूसरों पर मत थोपना....बस आगे बढ़ना और खुशियाँ बांटते जाना.
गुरुवार, 18 दिसंबर 2014
बुधवार, 5 नवंबर 2014
सोमवार, 27 अक्टूबर 2014
शनिवार, 4 अक्टूबर 2014
मंगलवार, 23 सितंबर 2014
गुरुवार, 18 सितंबर 2014
सोमवार, 15 सितंबर 2014
सोमवार, 8 सितंबर 2014
शनिवार, 6 सितंबर 2014
सोमवार, 1 सितंबर 2014
शनिवार, 30 अगस्त 2014
गुरुवार, 28 अगस्त 2014
बुधवार, 27 अगस्त 2014
रविवार, 24 अगस्त 2014
शुक्रवार, 22 अगस्त 2014
गुरुवार, 21 अगस्त 2014
रविवार, 17 अगस्त 2014
मंगलवार, 12 अगस्त 2014
कुछ लोग लड़कियों के बारे में बहुत कुछ कहते हैं
कुछ लोग लड़कियों के बारे में बहुत कुछ कहते हैं...
जैसे
लड़की के हाथ मेहंदी के बगैर भी अच्छे लग सकते हैं अगर वो खाना बनाने में माहिर हो.
आँखे बिना काजल के भी अच्छी लग सकती है अगर उनमे हया हो.
बाल बिना कटे भी अच्छे लग सकते हैं अगर इन पर दुपट्टा हो.
चेहरा बिना मेकप के भी अच्छा लग सकता है अगर उसमे सादगी हो.
क़द बिना ऊँची हील के भी लम्बा हो सकता है अगर तमन्ना मैं बुलंदी हो.
ये सब बाते सही हैं ...होना भी चाहिए .औरत की सादगी, उसकी हया ही उसका गहना होती है.
मगर
ये सब तभी अच्छा है अगर आदमी की आँखों में औरत के लिए इज्ज़त हो ...प्यार हो...वो जो दिल से हो दिखावे से नहीं...किसी की सुन्दरता उसके दिल से हो..सूरत से नहीं ..उसके पहनावे से नहीं.
जैसे
लड़की के हाथ मेहंदी के बगैर भी अच्छे लग सकते हैं अगर वो खाना बनाने में माहिर हो.
आँखे बिना काजल के भी अच्छी लग सकती है अगर उनमे हया हो.
बाल बिना कटे भी अच्छे लग सकते हैं अगर इन पर दुपट्टा हो.
चेहरा बिना मेकप के भी अच्छा लग सकता है अगर उसमे सादगी हो.
क़द बिना ऊँची हील के भी लम्बा हो सकता है अगर तमन्ना मैं बुलंदी हो.
ये सब बाते सही हैं ...होना भी चाहिए .औरत की सादगी, उसकी हया ही उसका गहना होती है.
मगर
ये सब तभी अच्छा है अगर आदमी की आँखों में औरत के लिए इज्ज़त हो ...प्यार हो...वो जो दिल से हो दिखावे से नहीं...किसी की सुन्दरता उसके दिल से हो..सूरत से नहीं ..उसके पहनावे से नहीं.
सोमवार, 11 अगस्त 2014
शनिवार, 9 अगस्त 2014
शुक्रवार, 8 अगस्त 2014
गुरुवार, 7 अगस्त 2014
मैं दहशतगर्द था मरने पे बेटा बोल सकता है
मैं दहशतगर्द था मरने पे बेटा बोल सकता
है
हुकूमत के इशारे पे तो मुर्दा बोल सकता
है,
यहाँ पर नफरतों ने कैसे गुल खिलाये हैं
लुटी अस्मत बता देगी दुपट्टा बोल सकता
है,
हुकूमत की तवज्जो चाहती है ये जली
बस्ती
अदालत पूछना चाहे तो मलवा बोल सकता है,
कई चेहरे अभी तक मुंहजबानी याद है इसको
कहीं तुम पूछ मत लेना गूंगा बोल सकता
है,
बहुत सी कुर्सियां इस मुल्क में लाशों
पे रखी हैं
ये वो सच है जिसे झूठे से झूठा बोल
सकता है,
सियासत की कसौटी पर परखिये मत वफ़ादारी
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