शनिवार, 18 जुलाई 2015

जिंदा रहना है तो हालात से डरना कैसा

जिंदा रहना है तो हालात से डरना कैसा,

जंग लाज़मी हो तो लश्कर नहीं देखे जाते...!!


जो चीज मेरी है उसे कोई और न देखे

जो चीज मेरी है उसे कोई और न देखे,

इंसान भी मोहब्बत में बच्चों की तरह सोचता है...!


मेरी मंजिल मेरी हद ...बस तुम से तुम तक

मेरी मंजिल मेरी हद ...बस तुम से तुम तक,

फखर ये के तुम मेरे हो ....फिक्र ये के कब तक ..!!


शुक्रवार, 17 जुलाई 2015

तेरी दीद जिसको नसीब है वो नसीब क़ाबिल -ए-दीद है

तेरी दीद जिसको नसीब है वो नसीब क़ाबिल -ए-दीद है, 
तुझे सोचना मेरी चांदरात तुझे देखना मेरी ईद हैं ..,


बुधवार, 15 जुलाई 2015

अगर जिदंगी में कभी किसी बुरे दौर से रूबरू हो जाओ

अगर जिदंगी में कभी किसी बुरे दौर से रूबरू हो जाओ....
तो इतना हौंसला जरुर रखना और समझ लेना की वो दौर बुरा था  
जिंदगी नहीं.