सोमवार, 6 जुलाई 2015
कुछ पल खामोशियों में खुद से रूबरू हो लेने दो यारों
कुछ पल खामोशियों में खुद से रूबरू हो लेने दो यारों,
जिंदगी के शोर में खुद को सुना नहीं मुद्दतों से मैंने....!!
सख्त राहों में अब आसान सफ़र लगता है
सख्त राहों में अब आसान सफ़र लगता है,
अब अंजान ये सारा ही शहर लगता है..
कोई नहीं मेरा ज़िन्दगी की राहों में ..
मैं और मेरा ये सफ़र ही मेरा हमसफ़र लगता है..!
'हद तपे सो औलिया, बेहद तपे सो पीर
'हद तपे सो औलिया, बेहद तपे सो पीर,
हद बेहद दोनों तपे, वाको नाम कबीर"..!!
आपके नसीब के छेद जो अपनी बनियान में पहन ले
आपके नसीब के छेद जो अपनी बनियान में पहन ले,
उस शख्सियत को 'पिताजी' कहते हैं....!!
मशहूर हम भी होना जानते हैं दुनिया के तौर-तरीकों से
मशहूर हम भी होना जानते हैं दुनिया के तौर-तरीकों से,
मगर जिद अपने अंदाज की है इसलिए जद्दोजहद करते हैं..!!
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