बुधवार, 18 फ़रवरी 2015

चीखता चिल्लाता एहसास, बेआवाज़ हो गया है

चीखता चिल्लाता एहसास, बेआवाज़ हो गया है,
प्यार अब प्यार ना रहा, रिवाज़ हो गया है...!!


सोमवार, 16 फ़रवरी 2015

मिलेगा क्या दिलों में नफरतें रख कर

मिलेगा क्या दिलों में नफरतें रख कर,
बड़ी मुख्तासिर सी ज़िन्दगी है मुस्कुरा के गुजार दो.!!


शनिवार, 14 फ़रवरी 2015

दूरियों के डर से मोहब्बत का दामन मत छोड़ो

दूरियों के डर से मोहब्बत का दामन मत छोड़ो,
गर हांथो में हाथ हो तो लकीरें मिल ही जाती हैं..!!


गुरुवार, 5 फ़रवरी 2015

जज़्बात फिर वो नहीं रहते, जो आग़ाज़ में होते हैं

जज़्बात फिर वो नहीं रहते, जो आग़ाज़ में होते हैं,
कद्र खो देते हैं लोग चीज मिल जाने के बाद ..!!!


गुरुवार, 29 जनवरी 2015

अकेलेपन से मेरे दिल का शहर सुना था

अकेलेपन से मेरे दिल का शहर सुना था
न जाने कौन सी मंजिल थी जिसको छूना था,

नैना हस्ते रहे ..रैना ढ़लती रही
साये बढ़ते रहे ..सांस चलती रही,

सूखे सावन की बूंदों ने नहला दिया
फिर भी प्यासे का प्यासा है मोरा जिया,

इस उजाले में भी धुंधली तस्वीर है
इन सितारों की रात अपनी तकदीर है,

कैसी कुर्बत थी वो जिसने तनहा किया
साथ मेरे अकेला है मोरा पीया ..,

कैसे चैना मिले कैसे लागे जिया
रेज़ा-रेज़ा बिखरता है मोरा जिया.,

जलता बुझता हुआ ये जो संजोग है
अब यही है ख़ुशी अब यही रोग है.!!