रविवार, 24 अगस्त 2014
आईना फैला रहा है खुदफरेबी का ये मर्ज़
आईना फैला रहा है खुदफरेबी का ये मर्ज़ ..,
हर किसी से कह रहा है ..... 'आप सा कोई नहीं',.
शुक्रवार, 22 अगस्त 2014
गर जीत हासिल करनी हो तो क़ाबलियत बढ़ाओ
गर जीत हासिल करनी हो तो क़ाबलियत बढ़ाओ,
वरना किस्मत की रोटी तो कुत्ते को भी नसीब होती है..!!
गुरुवार, 21 अगस्त 2014
वाबस्ता हो गई थी कुछ उम्मीदें आपसे
वाबस्ता हो गई थी कुछ उम्मीदें आपसे,
उम्मीदों का चराग बुझाने का शुक्रिया...!!
रविवार, 17 अगस्त 2014
इन बारिशों से आदाब-ए-मोहब्बत सीखो
इन बारिशों से आदाब-ए-मोहब्बत सीखो,
गर ये रूठ भी जाएँ तो बरसती बहुत ह ..!!
झूठे वादे ...झूठी बाते और तेरे फरेब
झूठे वादे ...झूठी बाते और तेरे फरेब,
गर तुम सियासत में होते तो कमाल करते..!
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