"बारिश
होने पर सभी पक्षी किसी न किसी शरण की तलाश में रहते हैं .....लेकिन बाज़
बादलों से इतना ऊँचा उड़ता है कि, उसे बारिश से परेशानी ही नहीं
होती......कहना का तात्पर्य यह है कि समस्याएं सभी को आती हैं, फर्क सिर्फ
इतना है कि.... कौन उन्हें बहादुरी और समझदारी से deal करता है ....!!
शनिवार, 15 जून 2013
मोहब्बत बंदगी है
मोहब्बत बंदगी है उस से तन का कर्ब न मांग
के जिसे छू लिया उसे पूजा नहीं करते ...,,,,
के जिसे छू लिया उसे पूजा नहीं करते ...,,,,
जो करना है कर डाल
सोचता क्या है बन्दे ....जो करना है कर डाल..!!
मेरे नाम से
दर लगता है इतना तो,
घर से निकलते क्यों है..
मैं न दिया हूँ न तारा,
फिर रौशनी वाले मेरे नाम से जलते क्यों हैं ..??
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