शनिवार, 15 जून 2013

समस्याएं सभी को आती हैं

"बारिश होने पर सभी पक्षी किसी न किसी शरण की तलाश में रहते हैं .....लेकिन बाज़ बादलों से इतना ऊँचा उड़ता है कि, उसे बारिश से परेशानी ही नहीं होती......कहना का तात्पर्य यह है कि समस्याएं सभी को आती हैं, फर्क सिर्फ इतना है कि.... कौन उन्हें बहादुरी और समझदारी से deal करता है ....!!

मोहब्बत बंदगी है

मोहब्बत बंदगी है उस से तन का कर्ब न मांग
के जिसे छू लिया उसे पूजा नहीं करते ...,,,,


जो करना है कर डाल

गुज़र न जाये कहीं उम्र एह्तेयातों में ,
सोचता क्या है बन्दे ....जो करना है कर डाल..!!

मेरे वजूद से

मेरे वजूद से यूँ बेखबर हैं वो जैसे
वो एक धूपघड़ी हैं... और मैं रात का पल हूँ ..!!


मेरे नाम से

लोग रुक-रुक कर संभलते क्यों हैं,
दर लगता है इतना तो,
घर से निकलते क्यों है..
मैं न दिया हूँ न तारा,
फिर रौशनी वाले मेरे नाम से जलते क्यों हैं ..??