2013
चला गया और 2014 आ गया है .... लेकिन वह क्या चीज है जो एक सेकेण्ड को
दुसरे से, एक दिन को दुसरे दिन से और एक साल को दुसरे साल से अलग करती है
.... कुछ नहीं ...वक़्त एक बिना जोड़ का ऐसा धागा है जो अनंत तक पसरा हुआ
है..... वे हम ही है जो इसे अच्छा सा नाम देते हैं ...और उनपर अपनी पसंद
टिकाते हैं क्योकि हम वक़्त को यूहीं भटकने नहीं दे सकते ...ऐसा नहीं है कि
वक़्त ही हमेशा हमारे साथ खेलता है...हम भी उसके साथ खेलते है ...और यह ताकत सिर्फ इंसान को ही मिली है .....यह सच है कि वक़्त किसी के लिए नहीं रुकता.
वक़्त अच्छा है तो गुज़र जायेगा
वक़्त बुरा है तो गुज़र जायेगा.....!!
हमें हमेशा इस बात को ध्यान में रखना चाहिए ......The Past is Killing and the future is uncertain....
कर्म ही जिसकी रीत है,
सत्य से जिसकी प्रीत है,
समय उसका मीत है,
अंत में उसकी ही जीत है.....अंत भला तो सब भला..!!!
आइये जनाब नए साल की खुशिया मनाने के लिए तैयार हो जाएँ क्योकि सबसे अच्छा यही है... HaPPy NeW YeAr .....
वक़्त अच्छा है तो गुज़र जायेगा
वक़्त बुरा है तो गुज़र जायेगा.....!!
हमें हमेशा इस बात को ध्यान में रखना चाहिए ......The Past is Killing and the future is uncertain....
कर्म ही जिसकी रीत है,
सत्य से जिसकी प्रीत है,
समय उसका मीत है,
अंत में उसकी ही जीत है.....अंत भला तो सब भला..!!!
आइये जनाब नए साल की खुशिया मनाने के लिए तैयार हो जाएँ क्योकि सबसे अच्छा यही है... HaPPy NeW YeAr .....
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