रविवार, 26 जुलाई 2015

जिस तरह 'पैर की मोच', 'छोटी सोच' हमें आगे नहीं बढ़ने देती

जिस तरह 'पैर की मोच', 'छोटी सोच' हमें आगे नहीं बढ़ने देती... उसी तरह 'टूटी कलम', 'दूसरों से जलन' स्वयं का 'भाग्य' नहीं लिखने देती! 

हम सभी लोग जिंदगी में कुछ ऐसे अनुभवों से गुजरते हैं

हम सभी लोग जिंदगी में कुछ ऐसे अनुभवों से गुजरते हैं, जिनकी वजह से बहुत से बदलाव आते हैं... और उसके बाद हम कभी भी फिर से वैसे इंसान नहीं बन सकते, जैसे कभी हुआ करते थे... खैर कोई बात नहीं ......चीजें बदल जाती हैं, लोग बदल जाते हैं... अतीत को मत भूलिए, अच्छी यादों को सहेजिए... जीना इसी का नाम है.


ये जरुरी तो नहीं कि हर चाहत का मतलब इश्क ही हो.

ये जरुरी तो नहीं कि हर चाहत का मतलब इश्क ही हो.....कभी- कभी कुछ बेनाम रिश्तों के लिए भी दिल बेचैन हो जाता है.




किसी चीज़ के प्रति सम्मान दिखाने का ढोंग करने से बेहतर है

किसी चीज़ के प्रति सम्मान दिखाने का ढोंग करने से बेहतर है कि आप बेखौफ होकर अपनी बात रखें... क्योकि जो आप वाकई महसूस करते हैं, उसे बताने की तुलना में चुप रहना और मुस्कुराना हमेशा आसान होता है।

खुद मेँ झाँकने के लिए जिगर चाहिए

खुद मेँ झाँकने के लिए जिगर चाहिए...दूसरों की शिनाख्त मेँ तो हर शख़्स माहिर है.