सोमवार, 11 अगस्त 2014

नाजुक सी परेशानी के लिये तौहिन ए मोहोब्बत कौन करे

नाजुक सी परेशानी के लिये..तौहिन ए मोहोब्बत कौन करे,
वादों से मुकर जानेवाले...जा तेरी शिकायत,,कौन करे,,!!


रात भर की उदासियों के बाद ये भी एक हुनर है मानों



रात भर की उदासियों के बाद ये भी एक हुनर है मानों,

कि हम हर सुबह एक बार फिर से ज़िन्दगी सवार लेते हैं..!!



शनिवार, 9 अगस्त 2014

किसी भी धर्म का दामन इतना तो तंग नहीं

किसी भी धर्म का दामन इतना तो तंग नहीं,
सच तो यही है कि विजय शांति है जंग नहीं..!!






शुक्रवार, 8 अगस्त 2014

गुरुवार, 7 अगस्त 2014