सोमवार, 30 जून 2014

जो चाहा वो मिल जाना सफलता है







जो  चाहा वो  मिल  जाना  सफलता  है....जो  मिला  उसको चाहना  प्रसन्नता  है....बीता हुआ कल मर चुका है, आने वाला कल अभी आया नहीं है। मेरे पास बस एक दिन है, और मैं इसमें खुश रहूंगी। मैं हमेशा के लिए जीना चाहती हूँ या इस कोशिश में मरना।

 

मेरी सांस का क्या भरोसा कहाँ साथ छोड़ जाये

मेरी सांस का क्या भरोसा कहाँ साथ छोड़ जाये,
मेरी जात से वाकिफ़ लोग मुझे माफ़ करते रहना...!


नज़र –नज़र का फर्क होता है हुस्न का नहीं

नज़र –नज़र का फर्क होता है हुस्न का नहीं,
चाहत जिसकी भी हो, बे मिशाल होनी चाहिए ..!


बुधवार, 4 जून 2014