रविवार, 22 सितंबर 2013

जीवन की नेमत

सब जतन कर नींद न आये जब तमाम रात...
तो मान लेना है कही कोई क़र्ज़ जैसी बात...

प्यार का इकरार का तकरार का क्यों है मलाल...
यह तो है जीवन की नेमत यही रहेंगी साथ...!!

जो चल सको तो चलो

सफ़र में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो 
सभी हैं भीड़ में, तुम भी निकल सको तो चलो..!!!
 







मंगलवार, 17 सितंबर 2013

उन चिरागों में तेल ही कम था
क्यों गिला फिर हमें हवा से रहे ...


ख़ुशी से फासला

सब का ख़ुशी से फासला एक कदम है,
हर घर में बस एक ही कमरा कम है .......!!!!

बेखबर नहीं

ये सोचना गलत है कि तुमपर हमारी नज़र नहीं,
मशरूफ हम बहुत हैं मगर बेखबर नहीं ,
और अब खुद अपने खून ने भी साफ कह दिया
कि हम आपके रहेंगे मगर उम्र भर नहीं .......!!!!!!!