रविवार, 15 सितंबर 2013
उसने हँस कर कहा
उसने हँस कर कहा हमसे....तुम हँसों लाख मगर,
न छुप सकेंगी हक़ीकत के चेहरा किताब जैसा है.!!
रविवार, 8 सितंबर 2013
मोहब्बत
मोहब्बत ज़िन्दगी के फासलों से लड़ नहीं सकती,
किसी को खोना पड़ता है और किसी का होना पड़ता है ..!!
कभी आँखे भी पढ़ो
सिर्फ हाथों को न दिखाओ कभी आँखें भी पढ़ो
कुछ सवाली बैरी खुद्दार हुआ करते हैं .......!!!
चंद रुपयों में बिकता है
चंद रुपयों में बिकता है इंसान का ज़मीर,
कौन कहता है मेरे देश में महंगाई बहुत है ...
तैरने वाले तैर जाते है बड़े-बड़े सागर में,
तैरना न आये तो कहते है तालाब की ही गहराई बहुत है....!!!!
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी हर कदम इक नई जंग है
जीत जायेंगे हम तू अगर संग हैं,
तूने ही सजाएं हैं मेरे होठो पर ये गीत
मैं हूँ इक तस्वीर तू मेरा रूप रंग है ....<3 <3
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